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सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर हो रही है, जिसमें चिनूक हेलीकॉप्टर एक जेसीबी मशीन ले जाते हुए देखा जा सकता है. सोशल मीडिया यूजर्स इस तस्वीर को उत्तराखंड के उत्तरकाशी (Uttarkashi Floods) में हाल में आई बाढ़ से जोड़ रहे हैं.
एक X (पूर्व में ट्विटर) अकाउंट ने फोटो शेयर करते हुए लिखा, "रास्ते बंद होने के चलते उत्तराखंड के धराली में चिनूक में हेलीकॉप्टर से पहुंचाई गई जेसीबी मशीन."
क्या है सच्चाई ? : लोगों को गुमराह करने के लिए फोटो को एडिट किया गया है.
चिनूक हेलीकॉप्टर की तस्वीर 2020 की है और इसका उत्तराखंड में हाल में आई बाढ़ से कोई संबंध नहीं है.
फोटो में पिछे दिख रहे पहाड़ और इलाके की तस्वीर हाल की है. ये उत्तरकाशी जिले में आई बाढ़ के बाद धराली बाजार की तस्वीर है.
हमने सच कैसे पता लगाया ? : हमने वायरल फोटो से केवल चिनूक हेलीकॉप्टर के फ्रेम पर गूगल लेंस सर्च किया, जिससे हमें 'JetPhotos' नाम की एक वेबसाइट पर वैसी ही तस्वीर मिली.
वेबसाइट के मुताबिक, फोटो को अक्टूबर 2021 में अपलोड किया गया था और इसकी लोकेशन, गाजियाबाद - हिंडन एयरफोर्स स्टेशन बतायी गई है.
फोटो अक्टूबर 2021 को ली गई थी
सोर्स : स्क्रीनशॉट/JetPhotos
दूसरे सोर्स : हमें अक्टूबर 2020 से ऐसी ही एक तस्वीर मिली, जिसे स्टॉक इमेज वेबसाइट 'Getty Images' ने पब्लिश किया था. आप इस लिंक को यहां देख सकते हैं.
Rediff पर पब्लिश एक रिपोर्ट में भी इसी तरह के विजुअल्स शामिल थे, जिसमें हिंडन एयरबेस पर वायुसेना दिवस समारोह के लिए आयोजित ड्रेस रिहर्सल के दौरान चिनूक हेलीकॉप्टर को howitzer तोप ले जाते हुए दिखाया गया था.
रिपोर्ट 8 अक्टूबर 2020 को पब्लिश हुआ था
बाकी तस्वीर का सच: फोटो के दूसरे फ्रेम के लिए, हमने रिवर्स इमेज सर्च किया, जिससे हमें मिंट की एक रिपोर्ट में वैसे ही विजुअल्स मिले.
फोटो के कैप्शन के मुताबिक, ये उत्तरकाशी में बादल फटने से आई बाढ़ के बाद धराली बाजार की तस्वीर है.
रिपोर्ट 6 अगस्त को पब्लिश हुई थी
उत्तरकाशी पुलिस ने क्या कहा ? : उत्तरकाशी पुलिस के आधिकारिक X अकाउंट ने साफ किया है कि वायरल तस्वीर फेक है और इसका उत्तराखंड में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन से कोई संबंध नहीं है.
उत्तरकाशी पुलिस के 8 अगस्त को किए गए ट्वीट में लिखा है, "कुछ लोगों द्वारा चिनूक द्वारा उठाई JCB की उक्त तस्वीर को उत्तरकाशी के हर्षिल, धराली आपदा रेस्क्यू से जोड़ा जा रहा है, जोकि पूर्णत: असत्य एवं भ्रामक है."
निष्कर्ष: इससे साफ होता है कि लोगों को गुमराह करने के लिए दो तस्वीरों को जोड़कर एक तस्वीर बनायी गई है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.? )