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दिल्ली मेट्रो के अंदर दो महिलाओं के डांस करते हुए एक-दूसरे को रंग लगाने का वीडियो वायरल हो रहा है. DMRC ने दावा किया है कि यह DeepFake तकनीक का इस्तेमाल करके बनाया गया फेक वीडियो है.
किस - किसने शेयर किया है?: The Indian Express, Times Now, और ETV Bharat जैसे कई मीडिया ऑउटलेट्स ने इस वायरल वीडियो पर रिपोर्ट्स की हैं. इनमें DMRC के हवाले से कहा गया कि वीडियो Deepfake हो सकता है.
इंडियन एक्सप्रेस में छपी रिपोर्ट
Times now की रिपोर्ट
ETV भारत की रिपोर्ट
क्या ये दावे सच हैं?: नहीं यह वीडियो Deepfake नहीं है. हमने वीडियो में कई ऐसी चीजें देखीं जो इस क्लिप के असली होने की तरफ इशारा कर रही हैं. वायरल वीडियो को इंस्टाग्राम यूजर 'प्रीति मोर्या' ने बनाया है.
हमनें सच का पता कैसे लगाया?: Google Lens की मदद से हमें यही वीडियो 'डिटेक्टिव_ब्रोस_' नाम के हैंडल पर अपलोड किया गया मिला.
यह पोस्ट 24 मार्च को शेयर किया गया था और इसके कैप्शन में '@preti.morya.714' नाम के एक अन्य अकाउंट का जिक्र था.
हमने इस हैंडल की जांच की जिसमें हमनें यह पाया कि प्रीती मौर्य ने 21 मार्च को वायरल वीडियो को "हैप्पी होली" कैप्शन के साथ शेयर किया था.
पोस्ट के साथ जिन लोगों को टैग किया गया था, उसमें 'kmvineeta269' नाम का एक हैंडल था.
वीडियो में दिख रहे लोगों की पहचान: जब हमने इस अकाउंट पर अपलोड किए गए अलग-अलग वीडियो देखे तो पता चला कि सफेद साड़ी वाली लड़की प्रीती मौर्य ही हैं.
उन्हें कई और वीडियो में भी यही ड्रेस पहने हुए देखा जा सकता है.
अकाउंट के BIO में प्रीती मोर्या खुद को एक वीडियो क्रिएटर बताती हैं और इंस्टाग्राम पर उनके 3 लाख से ज्यादा फॉलोअर्स हैं.
'kmvineeta269' हैंडल की जांच करने पर, हमने पाया कि यह वही लड़की है जो वायरल वीडियो में सफेद सूट पहने दिख रही थी.
इंस्टाग्राम अकाउंट पर प्रीती मोर्या के एक जैसी साड़ी पहने हुए कई वीडियो थे.
(सोर्स: इंस्टाग्राम/स्क्रीनशॉट)
हमने इन दोनों क्रिएटर्स से भी उनके इंस्टाग्राम हैंडल पर संपर्क किया है. जवाब आने पर इस रिपोर्ट को अपडेट किया जाएगा.
वीडियो के असली होने के क्या संकेत ?: सबसे पहले, हमने देखा कि अंदरूनी हिस्सों और साइनबोर्ड से यह संकेत मिलता है कि यह वीडियो दिल्ली मेट्रो के अंदर ही रिकॉर्ड किया गया था.
साइनबोर्ड पर DMRC का logo था और इसमें रेड लाइन का रूट दिख रहा था.
साइनबोर्ड पर DMRC का लोगो था.
(सोर्स: WIKIPEDIA/स्क्रीनशॉट/Altered by the quint)
टीम वेबकूफ ने गौर किया कि कई लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइल पर भी रिकॉर्ड किया था. इससे यह अंदाजा हमें मिला कि यह महिलाएं असल में मेट्रो के अंदर डांस कर रही थीं.
इसके अलावा अगर वीडियो को एडिट करने के लिए हरे रंग की स्क्रीन का इस्तेमाल किया जाता, तो वीडियो के किनारे इतने साफ नजर नहीं आते.
इस घटना को अपने फोन पर रिकॉर्ड कर रहे लोग.
(सोर्स: वायरल वीडियो/स्क्रीनशॉट/Altered by The Quint)
इसके अलावा, हमने पाया कि मेट्रो के फर्श पर दोनों महिलाओं की परछाइयां भी देखी जा सकती हैं, जो इस बात का सबूत है कि ये वीडियो असली है.
दोनों महिलाओं की परछाइयां फर्श पर नजर आईं.
(सोर्स: वायरल वीडियो/स्क्रीनशॉट/Altered by The Quint)
क्रिएटर्स ने क्या कहा?: वीडियो में दिखाई गई महिला प्रीति मोर्या ने Fact-Check ऑर्गनइजेशन BOOM से पुष्टि की है कि वीडियो असली था और मेट्रो के अंदर ही लिया गया था. प्रीति मोर्या ने कहा कि इसकी रिकॉर्डिंग कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के पास हुई है.
निष्कर्ष: यह स्पष्ट है कि मेट्रो के अंदर डांस कर रही दो लड़कियों का यह वीडियो असली है और यह Deepfake नहीं है जैसा कि दावा किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं)