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सोशल मीडिया पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ कुछ तस्वीरें वायरल हैं. इन तस्वीरों तीनों मंदिर प्रांगण में दिख रहे हैं.
(स्क्रीनशॉट देखने के लिए दाईं और स्वाइप करें)
पोस्ट का अर्काइव
पोस्ट का अर्काइव
पोस्ट का अर्काइव
पोस्ट का अर्काइव
क्या ये सच है ? : वायरल हो रही रूसी राष्ट्रपति पुतिन की ये तस्वीरें असली नहीं बल्कि AI से बनाई गई हैं.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल तस्वीरों को ध्यान से देखने पर इनमें से कुछ में हमें नीचे की तरफ Google Gemini का लोगो दिखा.
तस्वीर में Google Gemini का लोगो
सोर्स : स्क्रीनशॉट/फेसबुक/Altered by The Quint
Google Gemini एक AI मॉडल है. इसमें इमेज जनरेशन फीचर भी है, जिससे Prompt फोटो या वीडियो क्रिएट किया जा सकता है. ऐसा विजुअल भी, जिसका सच्चाई से कोई लेना-देना नहीं. यहां से हमें ये संभावना नजर आई की तस्वीरें AI से बनी हो सकती हैं.
आगे हमने तस्वीरों को AI पहचानने वाले टूल Hive Moderation पर चेक किया. यहां से साफ हो गया कि तस्वीरें असली नहीं AI से ही बनी हैं.
(आगे की तस्वीरें देखने के लिए दाईं और स्वाइप करें)
Hive Moderation ने तस्वीरों के AI से बने होने की 99% संभावना बताई
Hive Moderation ने तस्वीरों के AI से बने होने की 99% संभावना बताई
Hive Moderation ने तस्वीरों के AI से बने होने की 99% संभावना बताई
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 4 दिसंबर 2025 को भारत पहुंचे. हमें ऐसी कोई विश्वसनीय न्यूज रिपोर्ट नहीं मिली, जिससे पुष्टि होती हो कि पुतिन भारत के उन प्रसिद्ध मंदिरों में पहुंचे, जिनकी तस्वीरें वायरल हैं.
निष्कर्ष : मंदिर में खड़े दिख रहे व्लादिमीर पुतिन की तस्वीरें असली नहीं AI से बनी हैं.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)