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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें देखा जा सकता है कुछ लोग मूर्तियां और बिल्डिंग को तोड़ रहे हैं. इस घटना को हाल ही में हुए लद्दाख प्रदर्शन का वीडियो बताकर शेयर किया जा रहा है.
यूजर्स ने क्या कहा: इस क्लिप को शेयर करते हुए '@bantykkhan_jmm' नाम के एक इंस्टाग्राम यूजर ने लिखा कि, 'ये नेपाल नहीं, लद्दाख है साहब. अब जुमला नहीं.. हर हाथ को काम चाहिए साहब.'
वायरल वीडियो में संकेत: वीडियो को ध्यान से देखने पर, हमें वीडियो में नजर आ रही मूर्ति के बगल में नेपाल का राष्ट्रीय ध्वज दिखाई दिया, जिसे तोड़ा जा रहा था.
बोर्ड पर आगे लिखा था, "जिला प्रशासन कार्यालय चितवन" जानकारी के लिए बता दें कि चितवन नेपाल में मौजूद एक जिला है.
इस पड़ताल से हमें यह अंदाजा मिला कि यह वीडियो नेपाल का हो सकता है और इसका लद्दाख से कोई संबंध नहीं है.
बोर्ड पर नेपाल का आधिकारिक झंडा देखा जा सकता है.
(सोर्स : वायरल वीडियो/स्क्रीनशॉट/Altered By The Quint)
पुराना वीडियो: इसके बाद हमने वायरल वीडियो के कीफ्रेम पर गूगल लेंस सर्च का इस्तेमाल किया और हमें 'shokib_035' नाम के एक इंस्टाग्राम हैंडल पर अपलोड किया गया यही वीडियो मिला.
इसे 13 सितंबर को शेयर किया गया था, जो लद्दाख में विरोध प्रदर्शनों से पहले का है.
यूजर ने इस वीडियो की लोकेशन नेपाल बताई थी.
न्यूज सोर्स: द काठमांडू पोस्ट द्वारा 10 सितंबर को अपने X (पूर्व में ट्विटर) हैंडल पर शेयर की गई एक पोस्ट में कहा गया है कि चितवन जिले में प्रदर्शनकारियों ने जिला प्रशासन कार्यालय और उसके पास मौजूद चुनाव कार्यालय में आग लगा दी.
इसमें आगे कहा गया है, "जिला न्यायालय, भू-राजस्व और सरकारी वकीलों के कार्यालयों में आग लगा दी गई, जिससे दस्तावेज नष्ट हो गए. भरतपुर और अन्य इलाकों में नगरपालिका और वार्ड कार्यालयों पर भी हमला किया गया है. "
लोकेशन की पहचान: हमने गूगल मैप्स पर जिला प्रशासन कार्यालय चितवन सर्च किया और हमें 'स्ट्रीट व्यू' पर नेपाल में इसकी लोकेशन मिल गई.
यह जगह वायरल वीडियो से मेल खा रही थी.
दृश्यों की तुलना: टीम वेबकूफ ने वायरल वीडियो के मुख्य फ्रेम की तुलना गूगल मैप्स पर मौजूद दृश्यों से की, जिससे पता चला कि वायरल क्लिप असल में नेपाल के चितवन की थी.
दोनों वीडियो को मिलाने पर समानताएं देखीं जा सकती हैं.
(सोर्स - स्क्रीनशॉट/Altered By The Quint)
निष्कर्ष: जाहिर है कि वायरल वीडियो नेपाल का है, न कि लद्दाख का और लद्दाख में हुए हालिया विरोध प्रदर्शनों का इससे कोई संबंध नहीं है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.? )