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सोशल मीडिया पर हथियारों की बड़ी खेप का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसे शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि मणिपुर में उग्रवादियों से भारतीय सेना ने हथियारों का एक बहुत बड़ा जखीरा और नकदी बरामद की है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है.
इस वीडियो का मणिपुर से कोई संबंध नहीं है यह वीडियो म्यांमार में बर्मा नेशनल रिवोल्यूशनरी आर्मी (BNRA) द्वारा हथियारों की जब्ती की घटना को दिखाता है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल वीडियो को कीफ्रेम में बांट दिया और इनमें से कुछ फ्रेम्स के ऊपर रिवर्स इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया.
हमारी सर्च में हमें यही वीडियो इस फेसबुक पोस्ट पर मिला जिसे बर्मीज भाषा में लिखे इस कैप्शन के साथ अपलोड किया गया था - "फलाम की लड़ाई के दौरान जब्त गोलाबारूद और नकदी. " (बर्मीज से हिंदी में अनुवाद )
इससे सम्बंधित कीवर्ड्स बर्मीज और अंग्रेजी भाषा में मिलाकर सर्च करने पर हमें Myanmar Now News नाम के यूट्यूब न्यूज चैनल पर यह वडियो रिपोर्ट मिली जिसमें वायरल वीडियो से मेल खाते हुए सीन थे.
इस वीडियो को यहां देखा जा सकता है.
(सोर्स - स्क्रीनशॉट/Youtube)
इस वीडियो के कैप्शन में लिखा था - "क्रांतिकारी सेना ने चिन राज्य की दूसरी राजधानी फलाम पर कब्जा कर लिया."
इसके सिवा वीडियो को ध्यान से देखने पर हमने पाया कि वीडियो में नजर आ रही सैनिकों की वर्दी पर एक लोगो (निशान) लगा हुआ था. इस लोगो की पड़ताल करने पर हमने पाया कि यह लोगो म्यंनमार की BNRA यानी Burma National Revolutionary Army का था. जो की म्यांमार का एक सशस्त्र प्रतिरोध ग्रुप है.
Burma National Revolutionary Army का लोगो वीडियो में नजर आ रहे सैनिक की वर्दी पर है.
(सोर्स - Altered By The Quint)
निष्कर्ष: म्यांमार में हई हथियारों की जब्ती के वीडियो को भारत के मणिपुर का बताकर भ्रामक दावों के साथ सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)