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सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग मुसलमानों का बहिष्कार करने और महापंचायत बुलाने की बात करते दिख रहे हैं.
दावा: इस पोस्ट को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि वीडियो नागपुर का है जहां हाल ही में भड़की हिंसा के बाद यह फैसला लिया जा रहा है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह वीडियो नागपुर का नहीं बल्कि दिल्ली के गाजीपुर का है.
वायरल वीडियो नागपुर में हुई हिंसा से पहले से इंटरनेट पर मौजूद है.
वायरल वीडियो में लोग दिल्ली के गाजीपुर में रोहित गुर्जर नाम के युवक की हत्या के खिलाफ दिल्ली के गाजीपुर में 'महापंचायत' बुलाने का ऐलान कर रहे हैं.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल वीडियो को कई कीफ्रेम में बांट दिया और इनमें से कुछ के ऊपर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया.
हमारी सर्च में हमें इसी वीडियो का एक हिस्सा खुद को बीजेपी से जुड़ा बताने वाले कपिल गुर्जर नाम के युवक की इस X पोस्ट में मिला.
वीडियो 16 मार्च को इस कैप्शन के साथ अपलोड किया गया था, "दिल्ली गाजीपुर गांव में महापंचायत 23 तारीख को सभी ज़्यादा से ज़्यादा संख्या में पहुंचे." (SIC)
दोनों वीडियो में समानताएं यहां देखीं जा सकती हैं.
(सोर्स - Altered By The Quint)
हालांकि वीडियो में वायरल क्लिप में भाषण दे रहे बुजुर्ग का हिस्सा नहीं है, लेकिन कपिल गुर्जर समेत अन्य लोगों और समानताओं को देखा जा सकता है.
वायरल क्लिप या कपिल गुर्जर की पोस्ट में कहीं भी नागपुर हिंसा का जिक्र नहीं किया गया है बल्कि दिल्ली के गाजीपुर से जुड़ी घटनाओं और महापंचायत के बारे में बताया गया था.
नागपुर में क्या हुआ: द हिंदू में छपी इस रिपोर्ट के मुताबिक नागपुर में हिंसा 17 मार्च की रात को हुई थी. इसमें तीन डीसीपी रैंक के अधिकारियों सहित 33 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, जब भीड़ ने उत्पात मचाया, वाहनों को नुकसान पहुंचाया, पुलिस पर पेट्रोल बम और पत्थर फेंके और घरों पर हमला किया था.
नागपुर हिंसा 17 मार्च की रात से हुई थी.
(सोर्स - The Hindu/स्क्रीनशॉट)
कौन है कपिल गुर्जर ? इंटरनेट पर कपिल गुर्जर से जुड़े कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें दैनिक भास्कर की यह रिपोर्ट मिली, जिसके मुताबिक वीडियो में नजर आ रहा शख्स कपिल गुर्जर वही है जिसने दिल्ली में CAA का विरोध कर रहे लोगों पर गोली चलाई थी.
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट
(सोर्स - स्क्रीनशॉट/दैनिक भास्कर)
यह वीडियो हमें वरिष्ठ गुर्जर नाम के इस फेसबुक यूजर के पेज पर भी मिला. वीडियो की पड़ताल के लिए जब हमने वरिष्ठ गुर्जर से संपर्क किया तो उन्होंने टीम वेबकूफ को बताया कि, "वीडियो का शुरूआती हिस्सा उन्होंने इसलिए काट दिया है क्योंकि उसमें एक खास धर्म के बारे में गलत धारणा रखने वाली बातें बोली जा रही थीं. जो उन्हें ठीक नहीं लगा इसलिए उन्होंने उसे हटा दिया इसके साथ ही उन्होंने इसकी पुष्टि की कि यह वीडियो दिल्ली के गाजीपुर का है."
हमें इंटरनेट पर ऐसी कोई रिपोर्ट या वीडियो नहीं मिली जिससे साबित होता हो कि नागपुर के हिंदुओ ने मुसलमानों के बहिष्कार की घोषणा की है.
निष्कर्ष: दिल्ली के गाजीपुर में मुसलमानों के खिलाफ दिए गए भाषण के वीडियो को नागपुर हिंसा से जोड़कर भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.)