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औसोशल मीडिया पर आग से खेलते हुए और करतब दिखाते एक शख्स का वीडियो वायरल हो रहा है.इस पोस्ट को शेयर कर यह दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो महाकुंभ 2025 (Maha Kumbh 2025) का है.
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है. यह वीडियो ना तो कुंभ का है और ना ही भारत का है.
यह वीडियो चीन का है.यह प्रदर्शन एक प्राचीन चीनी परंपरा का हिस्सा है जिसे राष्ट्रीय अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता प्राप्त है. माना जाता है इसकी शुरुआत जियांग्शी प्रांत से हुई है.
हमने सच का पता कैसे लगाया ? हमने वायरल वीडियो पर Google Lens की मदद से इमेज सर्च ऑप्शन का इस्तेमाल किया.
हमारी सर्च में हमें यही वीडियो 马文 (मार्विन) नाम के एक चीनी फेसबुक पेज पर मिलीं, जहां वीडियो की असल क्लिप 2 अक्टूबर 2024 को अपलोड किया गया था.
इस वीडियो के कैप्शन में लिखा हुआ था, "चौंकाने वाला फायर पॉट प्रदर्शन, चीनी अमूर्त विरासत की प्रशंसा!." (अंग्रेजी से हिंदी में अनुवाद)
यहां से अंदाजा लगाकर हमने इससे मिलते-जुलते कीवर्ड्स इंटरनेट पर सर्च किए. हमें यही वीडियो एक X अकाउंट पर मिला, जिसे 21 सितंबर 2024 को अपलोड किया गया था.
इस X पोस्ट में भी इसे चाइनीज कल्चर का फायर पॉट प्रदर्शन बताया गया था.
कुंभ का आयोजन: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला 13 जनवरी 2025 से शुरू हुआ है और ये 26 फरवरी 2025 तक चलने वाला है.
जबकि वायरल वीडियो 2024 से इंटरनेट पर मौजूद है. इससे यह साफ होता है कि वायरल वीडियो कुंभ के आयोजन से पहले से इंटरनेट पर है इसलिए इसका कुंभ से कोई संबंध नहीं है.
इस वीडियो और प्रदर्शन के बारे में और जानकारी जुटाने के लिए हमनें इंटरनेट पर इससे संबंधित कीवर्ड्स सर्च किए. हमारी सर्च में हमें न्यूज वेबसाइट CGTN की यह रिपोर्ट मिली जहां फायर पॉट प्रदर्शन के बारे में बताया गया था.
इस रिपोर्ट के मुताबिक फायर पॉट प्रदर्शन राष्ट्रीय सांस्कृतिक विरासत के रूप में पहचाने जाने वाला प्रदर्शन है. इन प्रदर्शनों में मार्शल आर्ट और कलाबाजी के तत्व शामिल हैं. इनकी शुरुआत किंग राजवंश (1644-1911) से हुई है, जब ग्रामीणों ने नए साल के जश्न के दौरान सुरक्षा के लिए प्रार्थना करने के लिए अग्नि ड्रैगन नृत्य किया और पशुओं की बलि दी थी. समय के साथ, यह परंपरा आज चकाचौंध से भरे अग्नि पात्र प्रदर्शनों में बदल गई है.
निष्कर्ष: चीन में आग से करतब दिखाते प्रदर्शन के वीडियो को प्रयागराज में जारी महाकुंभ का बताकर भ्रामक दावों से शेयर किया जा रहा है.