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सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया जा रहा है जिसमें देखा जा सकता है कि उपद्रवियों की भीड़ एक खंबे पर लगे इस्लामिक झंडे को उतारकर वहां भगवा झंडा लगा देती है.
दावा: इस पोस्ट को शेयर कर दावा किया जा रहा है कि, 'नेपाल में हिंदुओं ने मुस्लिमों के झंडे उतार कर भगवा ध्वज लहरायाना शुरु कर दिया है.'
क्या यह दावा सही है ? नहीं, यह दावा सही नहीं है.
यह वीडियो नेपाल का नहीं है बल्कि भारत के कर्नाटक का है.
घटना 8 सितंबर 2025 को कर्नाटक के मांड्या के मद्दुर में हुई थी, जब हिंदू दक्षिणपंथी संगठन से जुड़े लोगों ने नरसिंह स्वामी मंदिर से एक मस्जिद तक रैली निकाली थी.
Muslim Mirror की इस पोस्ट के मुताबिक यह घटना 08 सितंबर 2025 को कर्नाटक के मांड्या के मद्दुर में हुई थी. सैकड़ों हिंदुत्व कार्यकर्ताओं ने नरसिंह स्वामी मंदिर से एक मस्जिद तक मार्च किया और जबरन एक इस्लामी झंडा हटा दिया और उसकी जगह पर भगवा झंडा फहरा दिया था.
यहां से अंदाजा लगाकर हमने इससे सम्बंधित कीवर्ड्स इंटरनेट पर सर्च किए और गूगल स्ट्रीट व्यू की मदद से इस पोस्ट में बताई गई लोकेशन को सर्च किया।
Google Street View की मदद से हमने पाया कि वायरल वीडियो में नजर आ रही लोकेशन 23 मद्दुर मेन रोड, कर्नाटक की थी. दोनों की तुलना करने पर हमने पाया कि यह लोकेशन एक ही है.
वायरल वडियो में नजर आ रही बिल्डिंग, खंबा यहां तक की दीवारों का रंग भी आपस में मेल खा रहे थे.
दोनों लोकेशन में समानताओं को यहां देखा जा सकता है.
(सोर्स - स्क्रीनशॉट/Street View)
The Hindu में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, "मांड्या जिला पुलिस अधीक्षक मल्लिकार्जुन बालादंडी ने मंगलवार को द हिंदू को फोन पर बताया कि पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है. एक मामला पूजा स्थल पर कथित तौर पर पथराव करने से संबंधित है, जबकि एक अन्य मामला अज्ञात संख्या में लोगों के खिलाफ दर्ज किया गया है, जो एक इलाके में लगाए गए झंडों और ध्वजों को फाड़ने में शामिल थे."
नेपाल में हिंसा: नेपाल में बीते दिनों सत्ता परिवर्तन के लिए विरोध प्रदर्शन हुए थे जिन्हें GenZ प्रोटेस्ट के नाम से जाना गया था. इन प्रदर्शनों के बाद नेपाल के काठमांडू में कई जगह हिंसा और आगजनी की घटनाएं हुई थी. प्रदर्शनकारियों की मांग को मांगते हुए नेपाल की पूरी कैबिनेट ने इस्तीफा दे दिया था और वहां नई सरकार का गठन किया गया है. इन प्रदर्शनों में हिन्दू-मुस्लिम को लेकर किसी भी तरह के टकराव की कोई खबर नहीं है.
निष्कर्ष: इस्लामिक झंडा उतारने की कर्नाटक की वीडियो को नेपाल का बताकर भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.