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किसी भी ई-कॉमर्स वेबसाइट या ऐप पर “Buy Now” पर क्लिक करना कई लोगों के लिए सांस लेने जितना ही आम है. अगले 15 मिनट में आने वाली डिलीवरी और अगली सुबह तक आने वाली दूसरी डिलीवरी हमारे दिन के शेड्यूल को उसी हिसाब से बनाती है. लेकिन जब आप अपना ऑर्डर ट्रैक करते हैं, तो कहीं न कहीं कोई स्कैमर भी आपको ट्रैक कर रहा होता है. जल्द ही, आपको एक स्कैमर का फोन आता है जो कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव बनकर आपको आपके “फेल” हुए ऑर्डर के बारे में बताता है.
आगे क्या होता है? रिफंड तभी शुरू किया जा सकता है जब आप उनके इंस्ट्रक्शन फॉलो करें. लेकिन रिफंड करने के बजाय वो आपको अलग-अलग पेमेंट करने के लिए फंसा लेते हैं.
हम इसी ई-कॉमर्स स्कैम का भंडाफोड़ कर रहे हैं जिसमें फ्रॉड करने वाले आपकी जेब को लुभाने वाली बातों से टारगेट करते हैं. आपको बताएंगे आप उनकी चालों को पहचानने के लिए क्या कर सकते हैं.
अंजान कॉल: किसी ई-कॉमर्स साइट या ऐप से ऑर्डर देने के बाद आपको एक स्कैमर का कॉल आ सकता है जो उसी कंपनी से होने का दावा करता है. यह कॉल करने वाला ऑफिशियल लग सकता है और आपके ऑर्डर की पूरी जानकारी बता सकता है, जिसमें पेमेंट की गई रकम और आपका डिलीवरी एड्रेस शामिल है.
ऑर्डर फेल: वे आपको बताते हैं कि ऑर्डर के लिए आपका पेमेंट प्रोसेस नहीं हुआ और “Payment Error” का नकली स्क्रीनशॉट शेयर कर सकते हैं.
रिफंड की दिक्कत: स्कैमर आपको बताता है कि आपको पूरा रिफंड मिलना है, लेकिन इसे शुरू करने के लिए, आपको एक प्रोसेसिंग फीस या सिक्योरिटी डिपॉजिट देना होगा.
कई पेमेंट: एक बार जब आप शुरुआती रकम का पेमेंट कर देते हैं, तो स्कैमर और रुकावटें खड़ी करता है जिसके लिए एक्स्ट्रा फीस या टैक्स देने की जरुरत होती है. वे आप पर यह कहते हुए जल्दी करने का दबाव डाल सकते हैं कि, अगर आप तुरंत पेमेंट नहीं करते हैं तो रिफंड कैंसिल कर दिया जाएगा.
आपका ऑर्डर ठीक करने या उसका रिफंड शुरू करने के लिए पेमेंट की मांग करना.
आपका रिफंड पक्का करने के लिए आपसे पेमेंट करने के लिए आप पर दबाव डालना.
पहले से ही “सिक्योरिटी डिपॉजिट” या “प्रोसेसिंग फीस” मांगने की किसी भी रिक्वेस्ट को शक की नजर से देखना चाहिए.
मना करें: अगर आपको किसी फेल ट्रांजैक्शन के बारे में कॉल आए, तो कॉल करने वाले को कोई भी पैसा भेजने या ज्यादा जानकारी देने से मना कर दें. बस फोन काट दें.
वेरिफाई करें: ई-कॉमर्स साइट या ऐप पर अपने अकाउंट में लॉग इन करें और ‘Your Orders’ सेक्शन में अपने ऑर्डर का स्टेटस चेक करें. आप कंपनी के ऐप या वेबसाइट पर दिए गए कस्टमर केयर हेल्पलाइन से भी संपर्क कर सकते हैं ताकि कोई और दिक्कत न हो.
सूचित करें: अगर आपने स्कैमर को कोई पेमेंट कर दिया है तो ट्रांजैक्शन को रिवर्स करने या पेमेंट को ब्लॉक करने में मदद के लिए तुरंत अपने बैंक को अलर्ट करें.
रिपोर्ट करें: नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) की मदद से इस घटना को तुरंत हाईलाइट करें या उनकी हेल्पलाइन 1930 पर कॉल करें. आप अपने लोकल पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. पक्का करें कि आप जांच में मदद के लिए जरुरी सबूत इकट्ठा करें.
शेयर करें: अपने सर्कल और कम्युनिटी को स्कैम के बारे में बताएं और उनसे ऐसे किसी भी अलर्ट से सावधान रहने के लिए कहें.
(द क्विंट की स्कैमगार्ड पहल का उद्देश्य उभरते डिजिटल घोटालों के बारे में जानकारी देना है, ताकि आप सूचित और सतर्क रहें. अगर आप कभी ठगे गए हैं या आपने किसी घोटाले को सफलतापूर्वक नाकाम किया है, तो हमें अपनी कहानी बताएं. हमसे +919999008335 पर व्हाट्सएप के जरिए संपर्क करें या हमें myreport@thequint.com पर ईमेल करें. आप Google फॉर्म भी भर सकते हैं और अपनी कहानी को आगे बढ़ाने में हमारी मदद कर सकते हैं. )