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आपके मोबाइल पर बैंकों और सरकारी एजेंसियों से नोटिफिकेशन आना सामान्य सी बात है. इनमें देश में होने वाले नए-नए स्कैम से आपके बैंक अकाउंट को बचाने के बारे में चेतावनी दी जाती है. जब आप लेटेस्ट फ्रॉड से बचने की कोशिश करते हैं, तो स्कैमर नए तरीकों से अपना गेम और बेहतर कर लेते हैं, जिससे उनका अगला शिकार अनजान रह जाता है.
आपके क्रेडिट कार्ड को टारगेट करने वाला एक नया स्कैम सामने आया है, जिसमें स्कैमर बैंक अधिकारी बनकर एक सोची-समझी स्क्रिप्ट की मदद से आपका भरोसा जीतते हैं. एक शानदार ऑफर, एक छोटी सी "अपग्रेड" फीस, और OTP, उन्हें आपका सारा पैसा लेकर आसानी से निकलने के लिए बस यही सब चाहिए होता है.
नीचे दिए गए सेक्शन में हम आपको बताते हैं कि यह स्कैम कैसे काम करता है, किन चेतावनी के संकेतों पर ध्यान देना चाहिए, और ऐसी कॉल का जवाब कैसे देना चाहिए.
सेटअप: एक स्कैमर पहले आपके बैंक प्रतिनिधि होने का नाटक करता है. यह आपको क्रेडिट कार्ड पर पहले से अप्रूव्ड लिमिट बढ़ाने का ऑफर देने के लिए कॉल करता है. वे इसे "फेस्टिव" या "प्रमोशनल" ऑफर कह सकते हैं और आपसे इसके लिए एक बार की प्रोसेसिंग फीस ले सकते हैं. वे यह भी दावा करते हैं कि वे आपके सालाना चार्ज माफ कर देंगे.
भरोसा बनाना: असली दिखने के लिए स्कैमर आपके क्रेडिट कार्ड के आखिरी चार अंक और आपके सबसे हाल के कुछ ट्रांजैक्शन जैसी डिटेल्स देता है.
CVV डालें: वे आपसे "वेरिफिकेशन" के लिए अपने फोन पर तीन अंकों का कार्ड वेरिफिकेशन वैल्यू (CVV) डायल करने के लिए कहते हैं.
OTP ट्रिक: इसके बाद वे आपको बताते हैं कि अपग्रेड कन्फर्म करने के लिए आपके फोन पर एक वन-टाइम पासवर्ड (OTP) भेजा गया है. वो यह कहते है कि यह एक स्टैंडर्ड प्रोसीजर है और आपसे इसे उनके लिए जोर से पढ़ने को कहते हैं.
अनजान ट्रांसफर: OTP की मदद से वह बिना इजाजत के ट्रांजैक्शन, जैसे ऑनलाइन खरीदारी या फंड ट्रांसफर आसानी से कर सकते हैं.
क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के बारे में अनजान या प्राइवेट फोन नंबर से बिना किसी अनुरोध के कॉल आना.
बैंक अधिकारी का OTP और CVV की मांग करना, खासकर आपकी क्रेडिट कार्ड लिमिट बढ़ाने के लिए.
लिमिट बढ़ाने के लिए एक बार की फीस (One Time Payment) मांगना.
ज्यादा दबाव वाली तरकीबें इस्तेमाल करना और यह दावा करना कि यह ऑफर "एक दिन" या "सीमित समय" के लिए ही है.
वेरिफाई करें: ऐसे ऑफर्स पर ध्यान न दें; उन्हें वेरिफाई करने के लिए अपने बैंक से संपर्क करना सबसे अच्छा है. आप इन डील्स को कंफर्म करने और उसी हिसाब से अप्लाई करने के लिए अपने नेटबैंकिंग अकाउंट में लॉग इन कर सकते हैं या ऑफिशियल ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं. आप ऐप या वेबसाइट पर दिए गए नंबरों पर कस्टमर केयर सपोर्ट को भी कॉल कर सकते हैं.
सुरक्षित रहें: कभी भी किसी के साथ कोई OTP या अपने बैंकिंग कार्ड की डिटेल्स शेयर न करें.
जल्दी कार्रवाई करें: अगर आपने ऐसी कोई भी डिटेल्स शेयर की हैं, तो अपना कार्ड ब्लॉक करने के लिए तुरंत अपने बैंक से संपर्क करें. अपने पासवर्ड बदलें और इस घटना को धोखाधड़ी के मामले के तौर पर अपने बैंक को रिपोर्ट करें.
रिपोर्ट करें: नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल (cybercrime.gov.in) की मदद से तुरंत इस घटना को हाईलाइट करें या उनके हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें. आप अपने लोकल पुलिस स्टेशन में भी इसकी शिकायत दर्ज करा सकते हैं. जांच में मदद के लिए जरुरी सबूत इकट्ठा करना सुनिश्चित करें.
शेयर करें: अपने दोस्तों और ग्रुप्स को इस स्कैम के बारे में बताएं और उनसे ऐसे किसी भी अलर्ट से सावधान रहने को कहें.
(क्विंट की ScamGuard पहल का मकसद उभरते डिजिटल घोटालों से सभी को अवगत कराना है ताकि आप सूचित और सतर्क रहें. अगर आप किसी घोटाले के शिकार हुए हैं या आपने किसी घोटाले को सफलतापूर्वक विफल कर दिया है, तो हमें अपनी कहानी बताएं. हमसे +919999008335 पर व्हाट्सएप के जरिए संपर्क करें या हमें myreport@thequint.com. पर ईमेल करें.आप Google फ़ॉर्म भी भर सकते हैं और अपनी कहानी को आगे बढ़ाने में हमारी मदद कर सकते हैं.)