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सोशल मीडिया पर बाढ़ का वीडियो वायरल है. वीडियो में देखा जा सकता है कि पानी का तेज बहाव एक पूरे इलाके को अपनी चपेट में ले लेता है.
अगस्त के महीने में उत्तरप्रदेश (Uttar Pradesh) के प्रयागराज से भारी बारिश और बाढ़ की खबरें आई थीं. रिपोर्ट्स के मुताबिक, अब हालात नियंत्रण में हैं. सभी तटों पर जलस्तर खतरे के निशान से नीचे है. पर प्रशासन ने सावधानी के तौर पर अगले 24 घंटे अलर्ट रहने की हिदायत दी है. इसी बीच सोशल मीडिया पर इस वीडियो को प्रयागराज का बताकर शेयर किया जा रहा है.
क्या ये सच है ? : वायरल वीडियो बाढ़ की असली घटना का नहीं बल्कि AI (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) से बना है.
हमने ये सच कैसे पता लगाया ? : वायरल वीडियो का सच जानने के लिए हमने इसके फ्रेम्स को गूगल लेंस के जरिए सर्च किया. पता चला कि जुलाई 2025 में यानी पिछले महीने भी इस वीडियो को शेयर किया जा चुका है. पर इस वीडियो का कोई भी लंबा वर्जन या ओरिजनल वर्जन नहीं मिला जिससे पुष्टि हो सके कि ये प्रयागराज का ही है.
अब आगे हमने वीडियो के हर फ्रेम को गौर से देखना शुरू किया, जिससे पुष्टि हो पाए कि ये असली है भी या नहीं. वीडियो में दिख रहे घरों को जूम करके देखने पर हमें शक हुआ कि ये असली घर नहीं हैं. शक की एक और वजह ये भी थी कि इतनी बड़ी आपदा के बीच घरों के आसपास या घरों से निकलते हुए कोई लोग नहीं दिख रहे.
वायरल वीडियो में दिख रहे घर
सोर्स : स्क्रीनशॉट/इंस्टाग्राम
वीडियो में दिख रहे पेड़ भी असली नहीं. इनकी बनावट को गौर से देखने पर पता चल रहा है कि ये ग्राफिक्स से बने हैं, न कि कोई असली पेड़ हैं.
वायरल वीडियो में दिख रहे पेड़
सोर्स : स्क्रीनशॉट/इंस्टाग्राम
वायरल वीडियो में दाईं और एक बड़ी सफेद इमारत दिख रही है. इस इमारत की तस्वीर को भी गूगल लेंस के जरिए सर्च करने पर हमें ये इमारत कहीं नहीं मिली.
अब हमने वायरल वीडियो को AI पहचानने वाले ऑनलाइन टूल aivideodetector.net पर सर्च किया. इस टूल ने वीडियो के 6 फ्रेम्स निकालकर उनका एनालिसिस किया. सामने आया कि इसके AI से बने होने की 75% संभावना है.
वीडियो का एनालिसिस
वीडियो का एनालिसिस
हमने और पुष्टि के लिए प्रयागराज शहर के कुछ ड्रोन शॉट्स और तस्वीरें देखीं, जिससे मिलान हो सके कि वायरल वीडियो में दिख रहे घर या लोकेशन वहां की है या नहीं. हमें ऐसी कोई तस्वीर नहीं मिली, जिससे वायरल वीडियो में दिख रहे घरों की बनावट प्रयागराज शहर में बने घरों से मेल खाए.
बीबीसी की इस रिपोर्ट में प्रयागराज में बाढ़ की तबाही का मंजर दिखाते ड्रोन शॉट हैं. पर यहां भी ऐसा कोई विजुअल नहीं जो वायरल वीडियो से मेल खाता हो.
AI पहचानने वाले एक अन्य ऑनलाइन टूल ai-detector.ai पर भी हमने इस वीडियो को चेक किया. नतीजा आया कि वीडियो के AI से बने होने की संभावना 88.6% है.
निष्कर्ष : AI से बना वीडियो प्रयागराज में आई बाढ़ का बताकर शेयर किया जा रहा है.
(अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी आती है, जिसके सच होने पर आपको शक है, तो पड़ताल के लिए हमारे वॉट्सऐप नंबर 9540511818 या फिर मेल आइडी webqoof@thequint.com पर भेजें. सच हम आपको बताएंगे. हमारी बाकी फैक्ट चेक स्टोरीज आप यहां पढ़ सकते हैं.? )