Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Hindi Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Videos Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019UP चुनाव: SP की खातिर बाइक कर दी 'कुर्बान', अब अखिलेश हुए मेहरबान

UP चुनाव: SP की खातिर बाइक कर दी 'कुर्बान', अब अखिलेश हुए मेहरबान

अखिलेश यादव ने शर्त हारने वाले को बुलाकर उसे नई बाइक खरीदने के लोए 1,10,000 रुपयों का चेक देकर उसकी आर्थिक मदद की

क्विंट हिंदी
वीडियो
Updated:
<div class="paragraphs"><p>बीजेपी समर्थक ब्रजकिशोर और एसपी समर्थक अवधेश के बीच लगी थी शर्त</p></div>
i

बीजेपी समर्थक ब्रजकिशोर और एसपी समर्थक अवधेश के बीच लगी थी शर्त

फोटो- क्विंट

advertisement

चुनाव के दौरान सट्टेबाजी की कई खबरें सामने आती हैं. यूपी (Uttar Pradesh) के बांदा में दो दोस्तों के बीच समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के जीत-हार को लेकर शर्त लग गई. शर्त 100 रुपए के स्टाम्प पेपर पर लगी. अगर समाजवादी पार्टी हारी तो शर्त लागाने वाले को अपनी मोटरसाइकिल दूसरे दोस्त को देनी पड़ेगी. जब समाजवादी पार्टी हार गई तो ऐसा ही हुआ.

लेकिन उस व्यक्ति को अपनी बाइक वापस मिल गई. इसमें उसकी मदद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने की.

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

ये मामला जनपद के बसहरी गांव का है जहां अवधेश कुशवाहा एसपी के समर्थक हैं जिसे पूरा भरोसा था कि इस बार प्रदेश में अखिलेश यादव की सरकार बनेगी तो वही इसी गांव का रहने वाला ब्रजकिशोर उर्फ बिलौटा बीजेपी का समर्थक है जिसे यकीन था कि इस बार फिर से प्रदेश में बीजेपी की सरकार बनने वाली है.

अवधेश का लाइट का काम था जिसके लिए वह मोटरसाइकिल से आता जाता रहता था वहीं बिलौटा टेंपो चलाने का काम करता था. ये शर्त 100 रुपए के स्टाम्प पेपर पर लग गई. जब एसपी चुनाव हार गई तो अवधेश को अपनी बाइक शर्त के मुताबिक अपने दोस्त को देनी पड़ी.

पूरा मामला सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ जिसके बाद अखिलेश यादव ने शर्त हारने वाले को बुलाकर उसे नई बाइक खरीदने के लिए 1,10,000 रुपये का चेक देकर उसकी आर्थिक मदद कर दी और उससे आगे से ऐसी शर्त न लगाने की हिदायत दी.

शर्त लगाने वाले एसपी समर्थक अवधेश ने कहा कि "हम शर्त हार गए और हमें बाइक दोस्त को देनी पड़ी. सोशल मीडिया के माध्यम से अखिलेश जी को ये पता चला. उनका हमें फोन आया कि आप यहां आ जाइए आपकी मदद की जाएगी. हम वहां गए हमें बहुत सम्मान मिला और मदद के तौर पर 1,10,000 रुपए भी दिए. अखिलेश जी ने कहा कि आगे से ऐसी शर्त न लगाए. आप समर्थन करें, हमें बहुत अच्छा लगा."

उधर बीजेपी समर्थक ब्रजकिशोर ने कहा कि "अगर ये शर्त नहीं लगाते तो उसे अखलिलेश जी से मिलने का मौका नहीं मिलता. वो शर्त हार गया है लेकिन हमारी दोस्ती में कोई कमी नहीं आई है."

इनपुट- मनोज कुमार

Published: 16 Mar 2022,12:02 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT