Covid से मौत: यूपी में मुआवजे के लिए भटकते परिवार

आंकड़ों के मुताबिक देखा जाए तो उत्तर प्रदेश में 13934 अतिरिक्त लोगों ने मुआवजे के लिए आवेदन किया है.

विवेक मिश्रा
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<div class="paragraphs"><p>क्या यूपी में कोविड के आधिकारिक दावे से ज्यादा लोगों को मृत्यु हुई थी?</p></div>
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क्या यूपी में कोविड के आधिकारिक दावे से ज्यादा लोगों को मृत्यु हुई थी?

(फ़ोटो: Altered by Quint Hindi)

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कोरोना संक्रमण से मौतों के आंकड़ों में उत्तर प्रदेश(Uttar Pradesh) की बात की जाए तो आधिकारिक तौर पर कोरोना(COVID 19) संक्रमण से हुई यूपी में हुई मौतों की संख्या 23,073 है. लेकिन मुआवजे के लिए प्राप्त हुए आवेदनों की संख्या 37,007 है. 3 फरवरी 2022 को राज्यों ने सुप्रीम कोर्ट(Supreme Court) में जो डेटा सौंपा है, उससे पता चलता है कि उनमें से कुछ के पास कोविड मुआवजे के लिए दावों की संख्या मौतों के आधिकारिक आंकड़े से कहीं ज्यादा है.

संख्या के हिसाब से देखें तो आधिकारिक मौतों के आंकड़ों और मुआवजे के दावों के बीच अंतर बहुत ज्यादा है. आंकड़ों के मुताबिक देखा जाए तो उत्तर प्रदेश में 13934 अतिरिक्त लोगों ने मुआवजे के लिए आवेदन कर दिया है.

क्विंट ने यूपी सरकार को मुआवजे के लिए प्राप्त हुए आवेदनों और मौतों के आधिकारिक दावों की हकीकत जानने के लिए उत्तर प्रदेश के कुछ ऐसे परिवारों से बात की जिनमें कोविड के कारण किसी सदस्य की मौत हुई थी और अब परिवार मुआवजे के लिए संघर्ष कर रहा है.

कोविड से पति की मौत अब मुआवजे का इंतजार

उत्तर प्रदेश की साधना पाल ने 24 अप्रैल 2021 को कोविड के कारण अपने पति को खो दिया था. मुआवजे के लिए फार्म भी जमा किया लेकिन अब तक उन्हें कोई मदद नहीं मिल सकी है.

“मेरे पति 24 अप्रैल 2021 को कोविड से डेथ हो गई थी पहले मेरा कागज़ नगर निगम से नहीं बन रहा था. फिर हमको फॉर्म नहीं मिल रहा था फिर 8 से 10 बार चक्कर लगाए तब काफी मशक्कत के बाद हमको फार्म मिला. जब फार्म जमा किया तो उन्होंने बोला जब जांच आएगी तब पैसा देंगे अभी नहीं मिल सकता. अखिर कैसे सरकार पैसा दे रही है हमको तो अभी तक कुछ नहीं मिला. जनता रो रही है किस लिए रो रही है नहीं मिलेगा तो कैसे बच्चे पढ़ाएंगे लिखाएंगे. हमको विधवा पेंशन का भी पैसा नहीं मिला और अब उम्मीद भी नहीं है.”
साधना पाल (निवासी, नजीराबाद )
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मुआवजे के लिए अंतहीन होता जा रहा संघर्ष

क्विंट ने एक और नागरिक हंसा शर्मा के परिवार से बात की इनके पति लक्ष्मी नरायण शर्मा की डेथ 22 अप्रैल 2021 को हुई थी. आवेदन करने के बाद से ही वो लगातार भत्ते के लिए प्रयास कर रही है लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं मिला.

“मेरे पति लक्ष्मी नरायण शर्मा की मृत्यु 22 अप्रैल 2021 को कोविड से ग्रसित होने के कारण हो गई थी. मेरे 2 बच्चे हैं. मैंने 3 महीने पहले कोविड भत्ते के लिए के लिए आवेदन किया था. अगर कुछ वहां से मिल जाता तो मेरे बच्चे पढ़ लिख जाएंगे लेकिन अभी तक बहुत प्रयास किया लेकिन कुछ भी हासिल नहीं हुआ बस उम्मीद बनाए हुए बैठे है, हम लोग बहुत ज्यादा परेशान है.”
हंसा शर्मा

यूपी में कोविड मौत, मुआवजे और दावों के डेटा में फर्क

सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद 3 फरवरी 2022 को राज्यों ने सुप्रीम कोर्ट में डेटा सौंपा था. उससे पता चलता है कि राज्यों में आधिकारिक मौतों और मुआवजे के लिए प्राप्त आंकड़ों में काफी ज्यादा अंतर है.

यूपी सरकार के मुताबिक कोविड से आधिकारिक मौत का आंकड़ा 23,073 है. जबकि 37,007 लोगों ने मुआवजे के लिए आवेदन है और सरकार ने 29,622 लोगों को मुआवजा भी दे दिया है.

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