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उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कुशीनगर (Kushinagar) जिले के कुबेर थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव में रविवार, 15 अक्टूबर को नवरात्रि के पहले दिन कथित तौर पर दो समुदाय आमने-सामने आ गए. एक समुदाय ने कथित तौर प कलश यात्रा के दौरान पथराव का आरोप लगाया है. जिसमें दो बच्चों के घायल होने की बात सामने आई है. हालांकि, पुलिस ने इस पूरे मामले में FIR दर्ज कर 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. इसके साथ ही ASP ने पथराव की बात से इनकार किया है.
दरअसल, लक्ष्मीपुर गांव में नवरात्रि के मौके पर कलश यात्रा निकाली गई थी. इस दौरान दो समुदाय आमने-सामने हो गए और विवाद हो गया. घटना के वक्त दो बच्चों के घायल होने की भी सूचना मिली है, जिनको हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया.
लक्ष्मणपुर ग्रामसभा के प्रधान विनोद कुमार ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि
विवाद वाले इलाके में पुलिसकर्मी
(फोटो- क्विंट हिंदी)
वहीं दूसरी ओर दूसरे समुदाय ने इन आरोपो को निराधार बताते हुए हिन्दू समुदाय पर मस्जिद के सामने "जय श्री राम" का नारा लगाने और नए रास्ते पर जुलूस लाने की बात कही है.
नए रास्ते के बारे में बताते हुए ग्राम प्रधान ने कहा कि उस रास्ते से जुलूस नहीं जा रहा था लेकिन उसमें शामिल होने के लिए महिलाओं को सूचित करने लोग जा रहे थे.
पूरे मामले की सूचना मिलते ही कुशीनगर के अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह खुद मौके पर पहुंचे और तीन थानों की पुलिस की मदद से मामले को शांत करवाया गया.
कुशीनगर के अपर पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह ने बताया कि
पुलिस अधीक्षक रितेश कुमार सिंह ने सोशल मीडिया पर फैली अफवाहों को खारिज करते हुए बताया कि "कलश यात्रा पर पथराव" की बात पूरी तरह से असत्य और गलत है, यात्रा सकुशल संपन्न हो चुकी है.
हालांकि, इस मामले को लेकर दर्ज FIR में ईंट चलाने की बात है. FIR रिपोर्ट के मुताबिक, शिकायतकर्ता ने FIR में कहा है कि डीजे बजाने से मना किया जा रहा था, जिसके बाद डीजे बंद कर दिया. लेकिन कुछ लड़कों ने गाली-गलौज शुरू कर दी और ईंट चला दिया. जिससे मेरे नाती को चोट लग गई और वो बेहोश हो गया.
शिकायतकर्ता ने FIR में आरोपियों पर जान से मारने की धमकी देने का भी आरोप लगाया है.