advertisement
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर कांवड़ियों के एक समूह ने छुट्टी पर घर आए सीआरपीएफ जवान गौतम की बेरहमी से पिटाई कर दी. सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में दिखा कि प्लेटफॉर्म पर जवान और कांवड़ियों के बीच धक्का-मुक्की होती है, जवान जमीन पर गिरता है और चार-पांच युवक उन पर लात-घूंसे बरसाते हैं. उनका नाबालिग बेटा बीच-बचाव करता दिखा लेकिन जब जवान फिर से कांवड़ियों से बात करने गए तो दोबारा हमला हुआ.
यह कोई पहली घटना नहीं है. पिछले कुछ सालों में कांवड़ यात्रा (Kanwar Yatra) के दौरान हिंसा और अराजकता की बात सामान्य हो गई है. इस साल यात्रा औपचारिक रूप से 11 जुलाई से शुरू हुई, लेकिन उससे पहले ही उपद्रव की घटनाएं सामने आने लगीं. उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में अब तक 20 से ज्यादा मामलों में कांवड़ियों की गुंडागर्दी, तोड़फोड़ और हिंसा दर्ज की गई.
इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि यूपी से लेकर उत्तराखंड तक कांवड़ यात्रा के दौरान कब और कहां -कहां हिंसक घटनाएं हुई और इसमें क्या कार्रवाई हुई. इसके साथ ही यह भी जानने कि कोशिश करेंगे कि इन घटनाओं पीछे क्या वजह थी?
19 जुलाई मिर्जापुर: सीआरपीएफ जवान की पिटाई मामले में पुलिस ने बताया कि मणिपुर लौटने के लिए ट्रेन का इंतजार कर रहे जवान का टिकट लेने को लेकर कांवड़ियों से विवाद हो गया. जीआरपी और आरपीएफ ने मौके पर हालात संभाले और सात कांवड़ियों को हिरासत में लिया, जिनमें चार नाबालिग थे, लेकिन सभी को उसी दिन छोड़ दिया गया.
आरपीएफ प्रभारी ने कहा कि आरोपियों का दावा था कि जवान नशे में गालियां दे रहा था, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं हो सकी. पीड़ित जवान के बेटे की शिकायत पर सात कांवड़ियों के खिलाफ रेलवे एक्ट 145 और 147 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
सीआरपीएफ जवान गौतम की पिटाई करते हुए कांवड़िए
फोटो: स्क्रीनशॉर्ट
वहीं मिर्जापुर जीआरपी थाने में दर्ज एक अन्य एफआईआर में अभय तिवारी, अभिषेक साहू, सत्यम और चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ निम्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है:
भारतीय दंड संहिता (BNS): धारा 115(2) (चोट पहुंचाना), धारा 352 (शांति भंग करने की नीयत से अपमान), धारा 191(2) (हिंसा/दंगा)
एससी/एसटी (अत्याचार निवारण) अधिनियम: धारा 3(2)(5a)
इस मामले की जांच रेलवे सेक्शन, प्रयागराज के डिप्टी एसपी द्वारा की जा रही है.
19 जुलाई, बरेली: भुता इलाके में रविवार को कार की हल्की टक्कर के बाद कांवड़ियों और कार चालक के बीच विवाद हो गया. गुस्साए कांवड़ियों ने कार में तोड़फोड़ की और थाने के बाहर प्रदर्शन किया. पुलिस ने कार को कब्जे में लेकर हालात संभालने की कोशिश की, लेकिन नाराज कांवड़ियों ने पथराव और हंगामा किया.
18 जुलाई, सहारनपुर: सरसावा थाना क्षेत्र के शाहजहांपुर में कांवड़ यात्रा के दौरान इनोवा कार की टक्कर एक पैदल कांवड़िए की कांवड़ से हो गई. नाराज कांवड़ियों ने लाठी-डंडों से कार में तोड़फोड़ की.
17 जुलाई, गाजियाबाद: हिन्दू रक्षा दल के सदस्यों ने "हर हर महादेव" और "जय श्री राम" के नारे लगाते हुए KFC और नजीर रेस्टोरेंट में घुस गए और जबरदस्ती शटर बंद करा दिए. हिन्दू रक्षा दल दल का कहना था कि सावन का महीना चल रहा है. ऐसे में ये नॉनवेज की दुकानें नहीं खुल सकती हैं. इस मामले में पुलिस 8-10 अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है.
एसीपी अभिषेक श्रीवास्तव ने बताया कि इंदिरापुरम में फूड आउटलेट पर हंगामे की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को हटाकर आउटलेट दोबारा खुलवाया. मामले में एफआईआर दर्ज कर आरोपियों की पहचान की जा रही है. सबूतों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई होगी.
KFC के बाहर प्रदर्शन करते हुए हिन्दू रक्षा दल के सदस्य
फोटो: स्क्रीनशॉर्ट
17 जुलाई, रुड़की: मंगलौर में कांवड़ यात्रा के दौरान एक युवक की बाइक कांवड़ से हल्की छू गई. इसी बात पर नाराज़ होकर कांवड़ियों ने युवक को घेर लिया और लाठी-डंडों से बेरहमी से पीटा. जब युवक किसी तरह भागकर जान बचाई, तो कांवड़ियों ने उसकी बाइक को भी तोड़ डाला. इस दौरान पुलिस मौके पर मौजूद थी लेकिन तमाशबीन बनी रही.
17 जुलाई,हरिद्वार: मोहम्मदपुर कट पर हाईवे पर DJ कंपटीशन के लिए हंगामा कर रहे 4 कांवड़िए पुलिस ने गिरफ्तार किए. गाली-गलौज और अभद्रता से जाम लगाने पर उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई हुई.
14 जुलाई, हरिद्वार: ऋषिकुल चौक के पास कांवड़ियों ने मामूली टक्कर पर स्कूटी सवार महिला की बेरहमी से पिटाई कर दी. महिला कांवड़िया और पुरुष कांवड़ियों ने उसे घेरकर मारपीट, गाली-गलौज और चप्पलों से पिटाई की. महिला को बाल पकड़कर जमीन पर गिरा दिया गया. बीच-बचाव करने वालों से भी बदसलूकी की गई.
14 जुलाई, हरिद्वार: बहादराबाद में टेम्पो से कांवड़ खंडित होने पर कांवड़ियों ने हाईवे जाम कर गाड़ियों और पुलिस पर पथराव किया. पुलिस ने लाठीचार्ज कर दो कांवड़ियों को गिरफ्तार किया.
14 जुलाई,मेरठ: मामूली हादसे के बाद कांवड़ियों ने पुलिस की मौजूदगी में स्कूल बस में तोड़फोड़ की और चालक से मारपीट की. हल्की टक्कर से तीन कांवड़िए मामूली घायल हुए थे. पुलिस ने 4–5 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. एसपी सिटी ने बताया की आरोपियों की शिनाख्त कर उचित कार्रवाई की जाएगी.
स्कूल बस में तोड़फोड़
फोटो: स्क्रीनशॉर्ट
13 जुलाई, कानपुर: शिवराजपुर में 13 जुलाई की रात कांवड़ यात्रा के दौरान हंगामा हो गया. भीड़ ने ड्यूटी पर तैनात होमगार्ड, चौकीदार और एक स्टूडेंट वॉलंटियर की पिटाई कर दी और शिवराजपुर थाने में घुसकर तोड़फोड़ की. पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
CCTV से 20 आरोपियों की पहचान कर BNS की धाराओं में केस दर्ज किया गया. हालांकि, FIR में कांवड़ियों का उल्लेख नहीं है, और अधिकारियों ने कहा कि हिंसा "असामाजिक तत्वों" द्वारा की गई थी.
13 जुलाई, गाजियाबाद: मोदीनगर में कांवड़ियों के एक समूह ने पुलिस की मौजूदगी में एक कार में डंडों और बेसबॉल बैट से तोड़फोड़ की. कार ने सड़क के डिवाइडर को टक्कर मारी थी, जिस पर एक कांवड़िया बैठा था. साथी कांवड़ियों को लगा कि वह घायल हो गया और गुस्से में कार पर हमला कर दिया. ड्राइवर डरकर मौके से भाग गया. हालांकि मौके पर मौजूद पुलिस हिंसक कांवड़ियों को रोकने में नाकाम रही.
कार पर हमला करते हुए कांवरियां
फोटो: स्क्रीनशॉर्ट
13 जुलाई, मुजफ्फरनगर: कांवड़ियों के एक समूह ने मीरापुर के सैनी भट्टा चौक के पास एक मुस्लिम ढाबा मालिक की पहचान न लिखे होने पर हंगामा किया और कथिततौर पर ढाबे में तोड़फोड़ कर दी. ढाबा कर्मचारी पवन ने आरोप लगाया कि कांवड़ियों ने उसके साथ मारपीट भी की. पुलिस ने शिकायत दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी.
13 जुलाई, हरिद्वार: हर की पौड़ी इलाके में चश्मा खरीदने को लेकर हुए मामूली विवाद में दो कांवड़ियों ने एक दुकान में जमकर तोड़फोड़ की. घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें कांवड़िए लाठी लेकर दुकान के चश्मे तोड़ते और शीशे सड़क पर बिखेरते नजर आ रहे हैं. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर हरियाणा के फतेहाबाद निवासी कांवड़िए मुकेश उर्फ झंडू और मुकेश उर्फ काणा को गिरफ्तार किया. दोनों पर BNSS की धाराओं में कार्रवाई की गई.
चश्मा दुकान में तोड़फोड़
फोटो: स्क्रीनशॉर्ट
13 जुलाई, हरिद्वार: कांवड़ियों और एक स्थानीय युवक के बीच कहासुनी झगड़े में बदल गई. गुस्साए कांवड़ियों ने युवक को घेरकर सड़क पर गिरा दिया और लात-घूंसे बरसाने लगे. युवक ने भी डंडा उठा लिया और पलटवार करते हुए कांवड़ियों को खदेड़-खदेड़कर पीटा.
12 जुलाई, हरिद्वार: हरिद्वार के बहादराबाद टोल प्लाजा पर कांवड़ खंडित होने पर कांवड़ियों ने हंगामा और पथराव कर रोडवेज बस व पुलिस वाहन के शीशे तोड़ दिए. पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है.
11 जुलाई, रुड़की: कार से कांवड़ छू जाने पर भड़के कांवड़ियों ने कार तोड़ी और ड्राइवर से जमकर मारपीट की, जिसे घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा.
11 जुलाई, हरिद्वार: बहादराबाद में हल्की टक्कर पर कांवड़ियों ने कार में तोड़फोड़ की, पुलिस ने 3 को हिरासत में लिया.
11 जुलाई, अमरोहा: गजरौला थाना क्षेत्र में दिल्ली-लखनऊ हाईवे पर कांवड़ियों ने एक ढाबे पर खाना खाने के बाद सब्जी में अंडे की ग्रेवी बताते हुए हंगामा किया.कारीगर ने जब इसका विरोध किया तो उसके साथ भी हाथापाई की. सूचना पर पहुंची पुलिस और फूड सेफ्टी टीम ने मौके से सैंपल लिए लेकिन जांच में अंडे की ग्रेवी की पुष्टि नहीं हुई.
फोटो: स्क्रीनशॉर्ट
10 जुलाई, मुजफ्फरनगर: बाइक से कांवड़ छू जाने पर कांवड़ियों ने युवक की पिटाई कर दी और उसकी बाइक तोड़ दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर युवक को भीड़ से बचाया. सीओ राजू कुमार साव ने बताया कि मामूली टक्कर के बाद विवाद बढ़कर मारपीट में बदल गया.
7 जुलाई, मुजफ्फरनगर: पुरकाजी थाना क्षेत्र के श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ ढाबे पर खाना खाने पहुंचे हरियाणा के कांवड़ियों ने थाली में प्याज का टुकड़ा मिलने पर बवाल कर दिया. विवाद के बाद कांवड़ियों ने ढाबे में तोड़फोड़ की, फर्नीचर और फ्रिज तोड़ डाले. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला शांत कराया और कांवड़ियों को रवाना किया. मामले में FIR दर्ज की गई है.
श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ ढाबे पर तोड़फोड़
फोटो: स्क्रीनशॉर्ट
5 जुलाई, मंगलौर: एक कार से कांवड़ टच हो जाने पर कांवड़ियों ने गुस्से में आकर कार में तोड़फोड़ की. मारपीट और कार को नुकसान पहुंचाने की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज किया.
इस साल कांवड़ यात्रियों की कथित हिंसा और तोड़फोड़ की कई घटनाओं के बीच, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 18 जुलाई को कांवड़ियों का खुला समर्थन किया. उन्होंने कहा था —
कांवड़ यात्रा के दौरान मेरठ, मिर्जापुर, हरिद्वार, रुड़की और मुजफ्फरनगर में हिंसक घटनाएं लगातार सामने आईं- कहीं ढाबों में तोड़फोड़, कहीं सड़क जाम कर गाड़ियों पर हमला, तो कहीं जवानों और आम लोगों की पिटाई. कई जगह पुलिस मौके पर मौजूद थी, लेकिन मूकदर्शक बनी रही.
मिर्जापुर में सीआरपीएफ जवान की पिटाई में 7 कांवड़ियों को हिरासत में लिया गया, मगर कुछ घंटों में ही छोड़ दिया गया. मेरठ और मोदीनगर में पुलिस की आंखों के सामने गाड़ियां तोड़ी गईं, पर सख्त कार्रवाई नहीं हुई. हरिद्वार और रुड़की में भी वीडियो में साफ दिख रही भीड़ के बावजूद सिर्फ कुछ नामों पर मामूली कार्रवाई की गई.
आस्था के दबाव में पुलिस की यह नरमी और "समझौते" से निपटने की आदत अब सवालों के घेरे में है. कानून तोड़ने वालों पर शिकंजा न कसने से अराजकता बेखौफ होती जा रही है.