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भारतीय रेलवे (Indian Railway), नई रेलगाड़ियां शुरू करने, रेलवे स्टेशनों का पुनर्विकास करने, एक स्टेशन एक उत्पाद (OSOP) योजना शुरू करने और PMBJKs स्टॉलों की शुरूआत जैसी कई चीजों पर लगातार काम कर रहा है. रेलवे हर दिन 10 हजार से ज्यादा ट्रेनों का संचालन करता है, जिनमें से लगभग 7 हजार पैसेंजर ट्रेनें हैं. यात्रियों का अनुभव और बेहतर बनाने के लिए रेलेवे, एक नई ट्रेन पुश पुल ट्रेन (Push Pull Train) शुरू कर रहा है. आइए जानते हैं कि यह क्या है, कब लॉन्च होगी और इसमें खास क्या है?
नॉन-एसी सेगमेंट में वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों के जैसे सफर का अनुभव देने के लिए चेन्नई स्थित इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) में LHB (लिंक हॉफमैन बुश) कोच वाली एक पुश पुल ट्रेन का निर्माण किया जा रहा है.
पुश-पुल ऑपरेशन लोकोमोटिव से चलने वाली ट्रेनों के लिए एक कॉन्फिगरेशन है, जो उन्हें दोनों छोर से चलाने का सपोर्ट देता है. इस मोड में ट्रेन के दोनों सिरों पर एक-एक लोकोमोटिव जुड़ा होता है और ट्रेन को इंजनों द्वारा एक साथ खींचा और धकेला जाता है.
पुश पुल ट्रेन के मैन्युफैक्चरिंग का काम जोरों पर चल रहा है. उम्मीद की जा रही है कि यह इस साल शुरू हो जाएगी. Financial Express की रिपोर्ट के मुताबिक इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) चेन्नई के सीनियर जनसंपर्क अधिकारी वेंकटेशन जीवी ने कहा कि पुश पुल ट्रेनों के अक्टूबर तक शुरू होने की संभावना है. उन्होंने बताया कि इस तरह की दो ट्रेनों के शुरू होने की उम्मीद है.
पुश पुल ट्रेन के अंदर अच्छी सजावट और वंदे भारत ट्रेनों की तरह मुसाफिरों के लिए बेहतर सुविधाएं होंगी. ट्रेन में बंद वेस्टिब्यूल, टॉक बैक सिस्टम और फायर अलार्म सिस्टम जैसे फीचर्ज उपलब्ध कराए जाएंगे.
पुश पुल ट्रेन में अनारक्षित और स्लीपर 3 टियर कोच के कॉम्बो के साथ गैर-एसी डिब्बे होंगे.
पुश पुल ट्रेन में विशेष रूप से डिजाइन किया गया चितरंजन लोकोमोटिव वर्क्स (CLW) लोकोमोटिव होगा, जो पुश पुल ऑपरेशन के लिए ट्रेन के प्रत्येक छोर पर जुड़ा होगा, जिससे ट्रेन तेजी से यात्रा कर सके. इस नई ट्रेन की अधिकतम स्पीड 130 किलोमीटर प्रति घंटा होगी.