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Electoral Bonds Data: चुनाव आयोग (ECI) के इलेक्टोरल बॉन्ड यानी चुनावी चंदे के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (BJP) को चुनावी बॉन्ड के जरिए 6,000 करोड़ रुपये से अधिक का चंदा मिला है. पार्टी ने 2024 के लोकसभा चुनावों से पहले इस साल जनवरी में 202 करोड़ रुपये के चुनावी बॉन्ड भुनाए हैं. बीजेपी-कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव के दौरान कितने चुनावी बॉन्ड भुनाए, इसके लिए हमने अप्रैल-मई 2019 का इलेक्टोरल बॉन्ड का डेटा खंगाला. इसके अनुसार, लोकसभा चुनाव के दौरान अप्रैल-मई 2019 में बीजेपी ने करीब 1771.57 करोड़ रुपये भुनाए.
इलेक्शन कमीशन की बेवसाइट पर उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, पिछले 5 साल में राजनीतिक दलों ने 12,769 करोड़ रुपये का चुनावी बॉन्ड भुनाया है.
चुनाव आयोग द्वारा 14 मार्च को जारी इलेक्ट्रोरल बॉन्ड डेटा से पता चला है कि सभी पार्टियों की तुलना में बीजेपी ने इलेक्टोरल बॉन्ड की अब तक की सबसे अधिक राशि भुनाई है.
आंकड़ों से यह भी पता चला कि पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनावों और नवंबर 2023 के दौरान मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना विधानसभा चुनाव के दौरान सबसे अधिक चुनावी बॉन्ड इनकैश कराए हैं.
2019 में बीजेपी-कांग्रेस और टीएमसी को चुनावी चंदा मिलने का डाटा
(फोटो: क्विंट हिंदी)
अप्रैल में बीजेपी ने 1,056.86 करोड़ और मई 2019 में 714.71 करोड़ रुपये इनकैश कराए.
(स्क्रीनशॉट-ECI)
बीजेपी और तृणमूल कांग्रेस (TMC) के बाद कांग्रेस को सबसे अधिक इलेक्ट्रोरल बॉन्ड के जरिए चुनावी चंदा मिला. पार्टी ने 12 अप्रैल 2019 से लेकर 22 जनवरी 2024 तक 3,146 चुनावी बॉन्डों को भुनाकर 1,421.87 करोड़ रुपये प्राप्त किए.
2020 में बीजेपी, कांग्रेस और टीएमसी ने कितने के चुनावी बॉन्ड भुनाए
(फोटो: क्विंट हिंदी)
इस साल यानी जनवरी 2024 में, कांग्रेस ने 35.9 करोड़ रुपये भुनाए, जबकि बीजेपी ने इसी अवधि में 202 करोड़ रुपये इनकैश कराए.
साल 2023 के नवंबर महीने में पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हुए थे. मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़, तेलंगाना, मिजोरम के विधानसभा चुनाव के दौरान के आंकड़ों को देखें तो पता चलता है कि अक्टूबर 2023 में बीजेपी ने 359.05 करोड़ के चुनावी बॉन्ड इनकैश कराए, जबकि नवंबर 2023 में विधानसभा चुनाव के दौरान चुनावी बॉन्ड को भुनाने के आकंड़े में बढ़ोतरी देखी गई.
2021 में बीजेपी ने 373 करोड़ का चुनावी चंदा इनकैश कराया. अन्य पार्टियों की डिटेल्स...
(फोटो: क्विंट हिंदी)
जनवरी 2022 में भी चुनावी बॉन्ड को भुनाने में बढ़ोतरी देखी गई. बता दें कि इस दौरान उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर और गोवा विधानसभाओं के चुनाव हुए थे. हमने चुनाव के दौरान 3 महीने (जनवरी, फरवरी, मार्च) का डेटा निकाला है. इस दौरान BJP को 662.20 करोड़ रुपये मिले. वहीं कांग्रेस को 119 करोड़ कांग्रेस मिले.
बता दें कि सभी बॉन्ड जनवरी के महीने में ही भुनाए गए थे. फरवरी और मार्च में इन दोनों पार्टियों ने कोई इनकैश नहीं कराया.
2022 में बीजेपी कांग्रेस और टीएमसी को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए कितना चंदा मिला, ग्राफ से समझें
(फोटो: क्विंट हिंदी)
2023 में बीजेपी कांग्रेस और टीएमसी ने इलेक्टोरल बॉन्ड की कितनी राशि भुनाई?
(फोटो: क्विंट हिंदी)
नवंबर 2023 में बीजेपी द्वारा चुनावी बॉन्ड को भुनाने का डिटेल्स
(स्क्रीनशॉट-ECI)
2024 का आंकड़ा
(फोटो: क्विंट हिंदी)
अप्रैल-मई 2019 में सबसे अधिक इलेक्टोरल बॉन्ड खरीदने वाली कंपनी में मदन लाल लिमेटेड, मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड और केवेंटर फूड पार्क का भी नाम शामिल है. मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड ने अप्रैल 2019 में करीब 65 करोड़ और मई में करीब 60 करोड़ रुपये चुनावी चंदा दिया. इस तरीके से लोकसभा चुनाव से पहले इस कंपनी ने करीब 125 करोड़ के इलेक्ट्रोरल बॉन्ड खरीदे.