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उत्तर प्रदेश के बरेली में 'कांवड़ यात्रा' को लेकर कविता पढ़ने पर एक सरकारी शिक्षक के खिलाफ FIR दर्ज हुई. मामला बहेड़ी के महात्मा गांधी मेमोरियल इंटर कॉलेज का है. दरअसल, 12 जुलाई को प्रार्थना सभा में शिक्षक डॉ. रजनीश गंगवार ने कविता पढ़ी थी. जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था.
पांच मिनट के वीडियो में राजनीश गंगवार को छात्रों के सामने "कांवड़ लेने मत जाना, तुम ज्ञान के दीप जलाना, मानवता की सेवा करके तुम सच्चे मानव बन जाना," कविता का पाठ करते सुना जा सकता है. इसपर हिंदुत्व समूहों ने नाराजगी जताई और इस कविता को आपत्तिजनक बताया.
द क्विंट से बातचीत में रजनीश गंगवार ने कहा, "प्रार्थना सभा में बच्चों को शिक्षा के प्रति प्रेरित करने का शासन से आदेश है. बच्चों का सबसे बड़ा धर्म है कि वे शिक्षित बनें. वही कविता हमने सुनाई थी."
वे आगे कहते हैं,
रजनीश गंगवार कहते हैं, "मैं शिक्षक हूं. सामाज का मार्गदर्शन करता हूं. एक शिक्षक पर इतनी आसानी से एफआईआर दर्ज हो जाए तो फिर शिक्षक होने का मतलब क्या है."
"अगर कोई बात है भी तो हमारी गतिविधियों के बारे में, हमारे चरित्र के बारे में उच्च अधिकारियों से पता लगाना चाहिए था और फिर एफआईआर दर्ज होनी चाहिए थी. एक शिक्षक के खिलाफ सीधे एफआईआर कर देना, इससे बड़ी विडंबना क्या होगी," वे सवाल उठाते हुए आगे कहते हैं.
रजनीश गंगवार के मुताबिक वे कॉलेज में NSS कार्यक्रम अधिकारी एवं विभागीय गतिविधियों के नोडल अधिकारी भी हैं.
महाकाल सेवा समिति के अध्यक्ष शक्ति गुप्ता की शिकायत पर बरेली के बहेड़ी थाने में 14 जुलाई को FIR दर्ज हुई थी. बीएनएस की धारा 353 (सार्वजनिक उपद्रव को बढ़ावा देने वाले बयान) के तहत मामला दर्ज हुआ था.
FIR में आरोप लगाते हुए कहा गया, "समस्त शिवभक्त कांवड़ियों की भावनाएं इस बात से आहत है कि रजनीश जैसे लोग कावड़ यात्रा, शिव भक्ति पर उंगली उठाते हुए गलत दिशा दे रहे हैं. जहां प्रदेश के मुख्यमंत्री जी और समस्त सनातन धर्म कावड़ यात्रा के लिए प्रोत्साहन दे रहे हैं वहीं यह शिक्षक महोदय अपनी कुंठित मानसिकता से समाज में जहर घोल रहे हैं."
डॉ. रजनीश गंगवार के खिलाफ दर्ज FIR की कॉपी
(फोटो: द क्विंट द्वारा प्राप्त)
रजनीश गंगवार ने कॉलेज के ही कुछ शिक्षकों पर उनके खिलाफ साजिश का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, "रविवार को दरोगाजी का फोन आया था और उन्होंने एक स्पष्टीकरण भेजने के लिए कहा था, जो मैंने भेज दिया है."
रजनीश गंगवार का इस पूरे मामले के बाद एक और वीडियो भी सामने आया है, जिसमें वे सवाल उठाते हुए कह रहे हैं, "जो हिंदू संगठन की भावनाएं मेरी कविता से आहत हुई है, मैं उनसे पूछना चाहूंगा कि आप मंत्री राजभर जी पर कब मुकदमा दर्ज करवाएंगे. उन्होंने भी तो कांवड़ के लिए कहा है कि इससे कोई इंजीनियर और डॉक्टर नहीं बन सकता."
द क्विंट से बातचीत में एमजीएम इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल अशोक गंगवार ने बताया कि इस मामले में "शिक्षक रजनीश गंगवार से स्पष्टीकरण मांगा गया है. फिलहाल, वो अवकाश पर हैं."
प्रिंसिपल ने कहा, "हमें सरकार की ओर से छात्रों को सुबह प्रार्थना सभा में अलग-अलग विषयों पर जागरूक करने का निर्देश है. प्रधानाचार्य या शिक्षकों द्वारा छात्रों को जागरूक करने के निर्देश हैं. इसी के तहत छोटे-छोटे कार्यक्रम जैसे- कविताओं, भाषण या फिर एकांकी के माध्यम बच्चों को जागरूक किया जाता है."
डॉ. रजनीश गंगवार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) इकाई बहेड़ी के नगर अध्यक्ष भी रह चुके हैं.
द क्विंट से बातचीत में ABVP के राष्ट्रीय कार्यकारिणी के विशेष आमंत्रित सदस्य प्रो. भूपेंद्र सिंह ने कहा कि "वो पूर्व में हमारे नगर अध्यक्ष रह चुके हैं. वे लगातार दो साल तक नगर अध्यक्ष थे. वर्तमान में हमारी पूरी टीम बदल गई है और वे हमारे कार्यकर्ता नहीं हैं."
कविता को लेकर हुए विवाद पर उन्होंने कहा, "हमारा विद्यार्थियों का एक संगठन है. हमारा संगठन हमेशा देश, समाज और राष्ट्रहित में काम करता है. जो भी उनके (रजनीश गंगवार) विचार थे, वो उनके व्यक्तिगत विचार थे. इसमें संगठन की कोई भूमिका नहीं है."