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"अतीक-अशरफ के काफिले पर हमले की आशंका-12ः30 बजे मिली सूचना"- ऐसे हुआ एनकाउंटर

Atiq Ahmed son Asad Encounter: STF के एडीजी अमिताभ यश बोले- दोनों आरोपियों को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी.

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एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार
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एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार
(फाइल फोटो: PTI)

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अतीक अहमद के तीसरे बेटे असद का यूपी STF ने गुरुवार, 13 अप्रैल को एनकाउंटर कर दिया. यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी है कि आखिर इन दोनों अपराधियों का एनकाउंटर कैसे किया गया? STF के एडीजी अमिताभ यश ने जानकारी दी है कि दोनों आरोपियों को जिंदा पकड़ने की कोशिश की गई थी. लेकिन, उन्‍होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी. पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों मारे गए. अमिताभ इससे पहले भी यूपी के कई बड़े मामलों में बदमाशों पर नकेल कस चुके हैं.

डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल के नेतृत्व में यूपी STF की टीम ने इस ऑपरेशन को अंजाम दिया.
"दोनों के पास विदेश में बने हथियार थे. एक के पास से रिवॉल्वर और दूसरे के पास से पिस्टल मिली. झांसी के बड़ागांव थाना क्षेत्र में लोकेशन मिली थी. इन्हें पकड़ने के लिए जो टीम थी उसमें 12 लोग थे. बड़ी मेहनत के बाद हमने दोनों को ट्रेक किया था."
अमिताभ यश, एडीजी यूपी एसटीएफ

यूपी के एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उत्तरप्रदेश सरकार ने अपराधियों के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है. इसके सार्थक परिणाम आए हैं. 24 फरवरी को प्रयागराज में एक दुःखद घटना हुई, इसमें हमारे दो बहादुर सिपाही भी शहीद हुए, उस समय से पुलिस की विशेष टीमें गठित की गई थी. उस हत्‍याकांड में पहचाने गए लोगोंं पर 5-5 लाख इनाम घोषित हुए थे, इसमें असद आमिर गुड्डू साबिर शामिल रहे, इन्हें हम तलाश रहे थे.

प्रयागराज के धूमनगंज थाना में 24 फरवरी को उमेश पाल की हत्या हुई, जिसमें आरोपी अरमान, असद, गुड्डू और साबिर शामिल थे. दो साजिशकर्ताओं को वारंट बी के माध्यम से साबरमती और बरेली जेल से लाया जा रहा था. कॉनवॉय पर हमले की आशंका थी, ऐसी सूचना थी कि साबरमती और बरेली जेल से अपराधियों को छुड़ाया जा सकता है.

उन्होंने बताया कि गुरुवार को जब दोपहर 12.30 बजे सूचना के आधार पर इंटरसेप्ट किया गया तो दोनों तरफ से गोलियां चलीं. एटीएफ की दो अभियुक्तों के साथ मुठभेड़ हुई जिसमें असद और गुलाम की मौत हुई. अभियुक्तों के पास से ऑटोमेटिक और विदेशी पिस्टल बरामद हुआ है.

एडीजी प्रशांत कुमार ने कहा कि हमारी स्पेशल टीमें काम कर रही थीं. आज दोपहर साढ़े 12 बजे से एक बजे के बीच सूचना के आधार पर दो लोगों को इंटरसेप्ट किया. इसमें 24 फरवरी की घटना में जिन्हें सबने देखा था, वो मुठभेड़ में घायल हुए, बाद में उनकी मौत हो गई. इस ऑपरेशन को यूपी एसटीएफ ने अंजाम दिया, इसमें दो डिप्टी एसपी शामिल रहे. घटनास्‍थल से अत्याधुनिक हथियार बरामद हुए हैं. अभी इसमें और भी कार्य किया जा रहा है. एसटीएफ के अधिकारी बधाई के पात्र हैं, शासन से इस ऑपरेशन के सभी साथियों को बधाई दी गयी.

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