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साइकोलॉजिकल हेल्थ पर हो सकता है WhatsApp का सकारात्मक असर: स्टडी

उतना बुरा भी नहीं है WhatsApp जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर समय बिताना.

आईएएनएस
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उतना बुरा भी नहीं है WhatsApp का इस्तेमाल करना.
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उतना बुरा भी नहीं है WhatsApp का इस्तेमाल करना.
(फोटो: iStock)

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सोशल मीडिया पर अधिक समय बिताने वाले लोगों के लिए खुशखबरी है. रिसर्चर्स का कहना है कि WhatsApp जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म पर समय बिताना हमारे लिए अच्छा है.

ये स्टडी इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ह्यूमन-कंप्यूटर स्टडीज में पब्लिश की गई है. इसमें पाया गया कि टेक्स्ट-आधारित मैसेजिंग ऐप, जो यूजर्स को ग्रुप चैट का फंक्शन देते हैं, मनोवैज्ञानिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव डालते हैं.

स्टडी में पाया गया कि लोगों ने जितना अधिक समय WhatsApp पर बिताया, दोस्तों और परिवार से नजदीकी महसूस होने के नाते उतना ही उन्होंने अकेलापन कम महसूस किया और उनके आत्म-सम्मान में भी बढ़ोतरी हुई. 

Edge Hill यूनिवर्सिटी की प्रोफेसर लिंडा काये ने कहा, "इस बारे में कई बार बहस होती है कि क्या हमारा सोशल मीडिया पर समय बिताना हमारी भलाई के खिलाफ है, लेकिन हमने पाया है कि यह इतना भी बुरा नहीं, जितना इसे समझा जाता है."

उन्होंने कहा, "जितना अधिक समय लोग WhatsApp पर बिताएंगे, उतना ही अधिक वे अपने परिजनों और दोस्तों से जुड़ाव महसूस करेंगे. नतीजतन, वे अपने रिश्तों को और बेहतर कर पाएंगे."

इस स्टडी के लिए शोधकर्ताओं ने 200 लोगों का चयन किया, जिसमें 158 महिलाएं और 42 पुरुष शामिल थे. सभी की औसतन उम्र 24 साल थी.

अध्ययन में पाया गया कि इसकी लोकप्रियता और ग्रुप चैट के चलते WhatsApp का इस्तेमाल हर दिन औसतन 55 मिनट तक किया जाता है.

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