Members Only
lock close icon
Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Hindi Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Fit Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019 फिट वेबकूफ: क्या हमें खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए?

फिट वेबकूफ: क्या हमें खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए?

क्या वाकई में खड़े होकर पानी पीना खतरनाक हो सकता है?

साखी चड्ढा
फिट
Updated:
क्या पानी पीने का कोई सही तरीका होता है?
i
क्या पानी पीने का कोई सही तरीका होता है?
(फोटो: iStockphoto/altered by Fit)

advertisement

दावा

ऐसा कहा जाता है कि खड़े होकर पानी पीने से सेहत को कई नुकसान हो सकते हैं. हमारे पास एक मेल आया, जिसमें यही पूछा गया कि क्या हमें खड़े होकर पानी नहीं पीना चाहिए. इंटरनेट पर सर्च इसी बात का दावा करता है कि खड़े होकर पानी पीना नुकसान करता है.

ऐसा माना जाता है कि जो लोग हमेशा खड़े होकर पानी पीते हैं, उन्हें अर्थराइटिस, अपच, किडनी और लिवर डैमेज जैसी दिक्कतें हो सकती हैं.

कहा जाता है कि खड़े होकर पानी पीने से वो पानी शरीर में तेजी से अंदर जाता है, जोड़ों में जमा हो जाता है और किडनी के जरिए ठीक तरीके से फिल्टर नहीं हो पाता है.

क्या है एक्सपर्ट्स की राय?

भले ही इंटरनेट पर आपको इस तरह के तमाम दावे मिल जाएं, लेकिन इसको लेकर कोई स्टडी नहीं हुई है, जिससे ये दावा सही साबित हो सके.

फिट ने इस सिलसिले में दिल्ली के मैक्स सुपरस्पेशएलिटी हॉस्पिटल में प्रोग्राम डायरेक्टर और गैस्ट्रोएंटरोलॉजिस्ट डॉ अश्विनी सेतिया से बात की. उन्होंने कहा कि इस दावे में कोई सच्चाई नहीं है.

आप जो कुछ भी खाते या पीते हैं, वो फूड पाइप के जरिए पेट तक पहुंचता है और फिर आंतों तक जहां से उसका अवशोषण होता है. कुछ भी किडनी या जोड़ों में सीधे नहीं चला जाता. पानी ब्लड के साथ फ्लो करता है और शरीर के सभी अंगों तक पहुंचता है. 
डॉ अश्विनी सेतिया

क्लिनिकल न्यूट्रिशनिस्ट रुपाली दत्ता का भी यही मानना है.

किसी भी तरीके से पानी पीजिए. बहुत जल्दबाजी में पानी गटकने से परहेज करिए क्योंकि ऐसा करने से आप चोक कर सकते हैं. नैचुरोपैथी में बैठकर पानी पीने पर जोर दिया जाता है. लेकिन मैंने कभी कोई ऐसा मामला नहीं देखा है, जिसमें खड़े होकर पानी पीने से नुकसान हुआ हो. 
रुपाली दत्ता
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

हालांकि, बॉडी पॉस्चर खाते वक्त मायने रखता है.

फिट के लिए अपने एक आर्टिकल में डॉ अश्विनी सेतिया लिखते हैं, 'इसके पीछे वैज्ञानिक कारण यह है कि चलने-फिरने पर जो खून का प्रवाह है, वह प्राकृतिक रूप से अपने आप ही हमारे हाथों-पैरों की ओर मुड़ (डाइवर्ट हो) जाता है और भोजन के लिए, जो पर्याप्त मात्रा में खून हमारे पाचन तंत्र को चाहिए, वहां पर नहीं पहुंच पाता.'

हालांकि पानी को सॉलिड फूड आइटम की तरह तोड़ने और पचाने की जरूरत नहीं होती है.

डॉ सेतिया पानी पीने की स्पीड पर ध्यान देने की बात पर गौर करने की सलाह देते हैं. उनके मुताबिक तेजी से बहुत ज्यादा पानी पी लेने से पेट में ब्लोटिंग हो सकती है. लेकिन इस पर भी कोई मॉडर्न स्टडी नहीं हुई है.

(ये स्टोरी सबसे पहले Fit पर पब्लिश हुई थी. इसे हिंदी में सुरभि गुप्ता ने ट्रांसलेट किया है.)

(क्या कोई ऑनलाइन पोस्ट आपको गलत लग रही है और उसकी सच्चाई जानना चाहते हैं? उसकी डिटेल 9910181818 वॉट्सएप पर भेजें या webqoof@thequint.com पर मेल करें. हम उसकी सच्चाई आप तक पहुंचाएंगे.)

Become a Member to unlock
  • Access to all paywalled content on site
  • Ad-free experience across The Quint
  • Early previews of our Special Projects
Continue

Published: 27 Jun 2019,04:03 PM IST

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT